ये शायर जब भी लिखता है, शब्दों के मोती पीरो के लिखता है
इस मोती के गहने की कीमत बेमोल है बाजारों में,
जिस हुस्न की ये फरमाइश हुयी, उस नूर में चाँद का अक्स दिखता है ।
कहाँ मियां किस ख्याल में हो,
किसने कहा कि ये जनरेशन 'कबीर' ढूंढती है
अब तो बस एक खींची हुई लकीर ढूंढती है !
#TikkaBhaat
टाटा बिड़ला के कारखाने से कमाए पैसे मकान बनाते हैं,
केजीपी आओ, यहाँ हम इंसान बनाते हैं !
#Convo2013
इस मोती के गहने की कीमत बेमोल है बाजारों में,
जिस हुस्न की ये फरमाइश हुयी, उस नूर में चाँद का अक्स दिखता है ।
कहाँ मियां किस ख्याल में हो,
किसने कहा कि ये जनरेशन 'कबीर' ढूंढती है
अब तो बस एक खींची हुई लकीर ढूंढती है !
#TikkaBhaat
टाटा बिड़ला के कारखाने से कमाए पैसे मकान बनाते हैं,
केजीपी आओ, यहाँ हम इंसान बनाते हैं !
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