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Showing posts from August, 2013

रूबरू

ये शायर जब भी लिखता है, शब्दों के मोती पीरो के लिखता है  इस मोती के गहने की कीमत बेमोल है बाजारों में, जिस हुस्न की ये फरमाइश हुयी, उस नूर में चाँद का अक्स दिखता है  । कहाँ मियां किस ख्याल में हो, किसने कहा कि ये जनरेशन 'कबीर' ढूंढती है  अब तो बस एक खींची हुई लकीर ढूंढती है !  #TikkaBhaat टाटा बिड़ला के कारखाने से कमाए पैसे मकान बनाते हैं,  केजीपी आओ, यहाँ हम इंसान बनाते हैं ! #Convo2013

वक्तव्य

हमने, खड़गपुर की जमीं को अपना आशियां बनाकर खुशनसीबी पाई है. यादें पत्थरों में ढलकर हमेशा जिन्दा रहेंगी हमारे दिल और दिमाक में. बलिदान की सेज पर बना ये ज्ञान का मंदिर, प्रतीक है आजादी में दी शहादत का. सबको मालूम है, ये प्रतीक भारत के भविष्य का मुकम्मल निशाँ होगा ! #IndependenceDay @IITKharagpur'13